Gandhi Jayanti Speech & Essay: Gandhi Jayanti is a very special occasion for India as on this day our favourite national hero was born. His ideas and hard work led to our national freedom. The day is celebrated as the birth anniversary of the Father of Nation, Mohandas Karamchand Gandhi. It is a national holiday and generally schools, colleges and other institutions remain closed on this day.
The day is usually celebrated one day prior to the Gandhi Jayanti in schools, colleges and offices. People deliver speeches and organize essay writing competitions for students and others to know their viewpoint about our freedom fighter. Everyone has a different point of view on anything and everything. So, there are going to different points in everyone’s mind on the occasion of Gandhi Jayanti.
Also see: Gandhi Jayanti Speech in Hindi
2nd October Essay and Speech in Different Languages
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Gandhi Jayanti Essay in Hindi
“गाँधी जी महापुरुष थे । वह मानवता के संरक्षक थे । वे दीन-दुखियों के सहायक और अहिंसा के पुजारी थे । वे भारत की स्वतंत्रता का बिगुल फूँकनेवाले महान स्वतंत्रता सेनानी थे । वे दूसरों की पीड़ा समझने वाले महान संत थे । इस महापुरुष का जन्म 2 अक्यूबर, 1969 को गुजरात में हुआ था । इन्हीं का जन्मदिन हम लोग गाँधी जयन्ती के रूप में मनाते हैं ।
महापुरुषों का जन्म यदा-कदा ही होता है । उनका जन्मदिन विशेष महत्त्व रखता है । यह दिन लोगों को उनके व्यक्तित्व की विशेषताओं की याद दिला जाता है । इस दिन लोग उनको याद करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । दिल्ली स्थित राजघाट पर महात्मा गाँधी का समाधिस्थल है । गाँधी जयन्ती के दिन लोग यहाँ बड़ी संख्या में आते हैं । राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा अन्य नेतागण यहाँ उपस्थित होकर राष्ट्र की ओर से उन्हें नमन करते हैं । गाँधी जी के प्रिय भजनों का गायन होता है- “वैष्णव जन तो तेने कहिए जो पीर पराई जाने रे । यह भजन गाँधी जी को अत्यंत प्रिय था । वे राम में रहीम और रहीम में राम के दर्शन करते थे । भजन-संध्या में उनके इन्हीं विचारों को याद किया जाता है ।
गाँधी जयन्ती के उपलक्ष्य में देश भर में अवकाश रहता है । इस दिन लोग गाँधी जी के आदर्शों का स्मरण करते हैं । कुछ लोग चरखा चलाते हैं । कहीं खादी के वस्त्रों की तो कहीं हथकरघे के वस्त्रों की प्रदर्शनी लगती है । विद्यार्थी सामुदायिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। इस दिन वृक्षारोपण के कार्यक्रम चलाए जाते हैं। कहीं
गाँधी के चिंतन और दर्शन पर व्याख्यान-मालाएँ होती हैं तो कहीं गृहउद्योगों द्वारा निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगती है । अनेक स्थानों पर सर्वधर्म सम्मेलन होते हैं । रेडियो और टेलीविजन पर गाँधी जयंती से संबंधित विशेष कार्यक्रम होते हैं । कुछ लोग ब्लडबैंक जाकर रक्तदान करते हैं ।
गाँधी एक व्यक्ति का ही नहीं, पूरे जीवन दर्शन का नाम है । वे एक संस्था हैं तथा गाँधीवादी विचार रखनेवाले सभी लोग इसके सदस्य हैं । गाँधी जी का जन्म उन्नीसवीं सदी की एक महान घटना थी । वे बचपन से ही ईमानदार थे । सच को स्वीकार करने में तथा दृढ़संकल्पित होकर उसका पालन करने में उनकी गहरी आस्था थी । वे दैनिक जीवन में भी आदर्श के पक्षधर थे । वे श्रेष्ठ कर्म को ही सफलता की सीढ़ी मानते थे । सत्य और अहिंसा को वे जीवन का मूलमंत्र मानते थे । वे पूरी मानवता की भलाई चाहते थे । वे एक ऐसे रामराज्य को साकार रूप देना चाहते थे जिसमें किसी प्रकार का सामाजिक भेदभाव न हो । वे धर्म को व्यक्तित्व के विकास के लिए आवश्यक समझते थे परंतु धार्मिक आडंबर और कट्टरता से दूर रहते थे । गाँधी जयंती के दिन जनसमूह को उनके इन्हीं आदर्शों और मान्यताओं को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए ।
महात्मा गाँधी की गिनती विश्व के महान नेताओं में होती है । उनके जन्मदिन 2 ओक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता दी गई है । यह दिन अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
सचमुच आज विश्व को गाँधी जी के जीवन-मूल्यों की आवश्यकता है । आज धार्मिक कट्टरता बढ़ रही है । कुछ लोग जेहाद के नाम पर घृणित कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं । कहीं दंगे हो रहे हैं तो कहीं महिलाओं और बच्चों के साथ अत्याचार की घटनाएँ हो रही हैं । धर्म और संप्रदाय के नाम पर समाज में विष घोला जा रहा है । दुनिया में शस्त्रों ही होड़ चल रही है । आतंकवाद जीनव का अनिवार्य सत्य बन गया है । ऐसे में गाँधी और कबीर जैसे लोग बहुत याद आते हैं । इनके विचारों को फैलाकर ही दुनिया में शांति लाई जा सकती है।”
Gandhi Jayanti Essay in English
“Gandhi Jayanti is a national holiday in India celebrated on 2nd October. This day is celebrated in the honor of the birthday of the Father of the nation, Mohandas Karamchand Gandhi, popularly known as Mahatma Gandhi or Bapuji. Internationally this day is celebrated as the International Day of Non-Violence as Gandhiji was the preacher of non-violence. He is a symbol of peace and truth.
Gandhiji was born on 2nd October 1869, in Porbunder, a small town in Gujarat. He studied law in U.K and practised law in South Africa. In his autobiography “My experiments with Truth” Gandhiji described his childhood and teenage years, his marriage with Kasturba at the age of 13 and a sheer dedication for his motherland. He has set an example of simple living and high thinking. He was against the addictions like smoking, drinking and non-vegetarianism.
Gandhiji was a pioneer of truth and non-violence. He started the ‘Satyagraha’ (non-violence) movement for the Indian freedom struggle. He played a very significant role in achieving independence for India from British rule. He proved to the world that freedom can be achieved through the path of total non-violence.
All the organisations throughout the country remain closed on this day. A special event is organised at Raj Ghat, New Delhi where Gandhiji was cremated. People do prayers, pay homage and sing Gandhiji’s favourite song “Raghupati Raghav Raja Ram, Patit Pavan Sita Ram…”.
“Live as if you were to die tomorrow. Learn as if you were to live forever.””
Gandhi Jayanti Speech in Hindi
“गांधी जयंती भारत में एक राष्ट्रीय छुट्टी 2 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन से लोकप्रिय महात्मा गांधी या बापूजी के रूप में जाना राष्ट्र के पिता, मोहनदास करमचंद गांधी के जन्मदिन के सम्मान में मनाया जाता है। गांधी जी ने अहिंसा के उपदेशक के रूप में था अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस दिन अहिंसा के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि शांति और सत्य का प्रतीक है। गांधीजी Porbunder, गुजरात में एक छोटे से शहर में, 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में कानून की पढ़ाई की और दक्षिण अफ्रीका में कानून का अभ्यास किया। अपनी आत्मकथा में गांधीजी “सत्य के साथ मेरे प्रयोग ‘अपने बचपन और किशोर उम्र के साल, 13 साल की उम्र और उसकी माँ को देश के लिए एक सरासर समर्पण पर कस्तूरबा के साथ उसकी शादी का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि सादा जीवन और उच्च विचार का एक उदाहरण स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि धूम्रपान, शराब पीने और गैर शाकाहार जैसे व्यसनों के खिलाफ था।
गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के अग्रदूत थे। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए ‘सत्याग्रह’ (अहिंसा) आंदोलन शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासन से भारत के लिए स्वतंत्रता प्राप्त करने में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता की कुल अहिंसा के मार्ग के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है कि दुनिया के लिए साबित कर दिया। देश भर में सभी संगठनों ने इस दिन को बंद रहता है। विशेष घटना गांधीजी अंतिम संस्कार किया गया नई दिल्ली जहां राजघाट पर आयोजित किया जाता है। लोग प्रार्थना, श्रद्धांजलि देने और गांधीजी का पसंदीदा गीत गाते है “रघुपति राघव राजा राम, Patit पवन सीता राम …”।
“आप कल मर रहे थे के रूप में अगर जीते। आप हमेशा के लिए जीवित करने के लिए के रूप में अगर जानें।””
Gandhi Jayanti Speech in English
“A very good morning to the excellencies, respected Principal sir, teachers and my dear colleagues. My name is … I study in class … standard. I would like to recite a speech on Gandhi jayanti. First of all I would like to say a big thank to my class teacher for giving me an opportunity to speech on this great occasion. As we all know that we gathered here every year to celebrate 2nd October, the birth anniversary of Mahatma Gandhi. My dear friends, Gandhi Jayanti is not celebrated only in our country however it is celebrated as an event all over the world. 2nd of October is celebrated as Gandhi Jayanti in India however as International Day of Non-Violence all across the world as he was a preacher of non-violence throughout his life.
His full name is Mohandas Karamchand Gandhi however popularly known as Bapu, Mahatma Gandhi or Father of the nation. He was born on 2nd October in 1869 at Porbunder, Gujrat. At this day, the President and Prime Minister of India pay homage to the Mahatma Gandhi’s statue at his samadhi by offering prayer, flowers, bhajans, devotional songs, etc at the Raj Ghat, New Delhi. Gandhi Jayanti is celebrated in almost all the states and territories of India in order to commemorate the person who always respected the people of all the religions and communities in the same manner. At this day, verses and prayers from religious holy books are read out especially his favourite ones like “Raghupati Raghava Raja Ram”. Prayer meetings are also held in various state capitals in the country. As this day has been declared as the national holiday by the government of India, all the schools, colleges, offices, etc remain closed throughout the country.
Mahatma Gandhi was a great person who struggled a lot and played a significant role in the achievement of freedom for India from British rule. He not only pioneered the unique method of non-violence to get freedom for India against British rule but also proved the world that freedom can be achieved peacefully through the path of non-violence. He is still remembered among us as the symbol of peace and truth.
Jai Hind
Thank You”
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